बचत करना अच्छा है.
सावधानीपूर्वक बचत करना और भी अच्छा है.
हमारे बड़ौदा बचत खातों की श्रृंखला से चयन करें.
सावधानीपूर्वक बचत करना और भी अच्छा है.
बॉब एसबी स्वयं सहायता समूह
-
विशेषताएं
-
पात्रता
-
आवश्यक दस्तावेज़
-
सबसे महत्वपूर्ण नियम और शर्तें (एमआईटीसी)
बॉब एसबी स्वयं सहायता समूह : विशेषताएं
मद सं. |
मानदंड |
बड़ौदा एसबी स्वयं सहायता समूह के विवरण |
||
---|---|---|---|---|
1 |
परिचालन का माध्यम |
संकल्प के अनुसार संयुक्त रुप से. |
||
2 |
न्यूनतम शेष |
रु.1,000/- (औसतन तिमाही शेष (क्यूएबी)) |
||
3 |
अधिकतम राशि |
खाते में जमा की गई / रखी गई राशि की कोई सीमा नहीं है. |
||
4 |
गैर रखरखाव प्रभार |
शाखा की श्रेणी |
चेक बुक सहित |
चेक बुक रहित |
|
|
महानगरीय / शहरी |
1000 |
500 |
|
|
ग्रामीण / अर्द्ध शहरी |
500 |
0 |
5 |
डेबिट कार्ड का प्रकार और वार्षिक शुल्क |
लागू नहीं |
||
6 |
चेक बुक |
गैर – वैयक्तिकृत चेक - (प्रति कैलेंडर वर्ष 30 पन्ने प्रभार्य नहीं है) तत्पश्चात रु.3.00 प्रति पन्ना. *वैयक्तिकृत और गैर-वैयक्तिकृत चेक बुक के लिए एक वित्तीय वर्ष में कुल 30 पन्ने निःशुल्क होंगे. |
||
7 |
मूल्य संवर्धित (वेल्यू ऐडेड) एसएमएस अलर्ट सुविधा |
बैंक के मौजूदा दिशानिर्देशों के अनुसार प्रभार योग्य |
||
8 |
ऑटो स्वीप सुविधा |
उपलब्ध नहीं |
||
9 |
ओवरड्राफ्ट सुविधा |
उपलब्ध |
||
|
|
• रु.3.00 लाख तक की सीमा : कृषि / अन्य प्राथमिकता क्षेत्र के अग्रिमों के अनुरूप, जो भी मामला हो, वर्तमान में एक वर्षीय एमसीएलआर + स्ट्रेटेजिक प्रीमियम + 0.50% |
||
|
|
• रु.3.00 लाख से अधिक की सीमा : एक वर्षीय एमसीएलआर + स्ट्रेटेजिक प्रीमियम + 1.00% |
||
10 |
इंटरनेट बैंकिंग / मोबाइल बैंकिंग |
उपलब्ध नहीं |
||
11 |
बाहरी चेक का संग्रहण |
उपलब्ध |
||
12 |
नामांकन सुविधा |
लागू नहीं |
||
13 |
मौजूदा खातों की परिवर्तनीयता |
अनुमति नहीं है |
||
14 |
समय – पूर्व समाप्ति प्रभार |
• यदि ग्राहक द्वारा खाते में किए गए क्रेडिट लेनदेन के 14 दिनों के बाद या 1 वर्ष से पहले खाता बंद कर दिया जाता है, तो रु. 200/- का सेवा शुल्क और जीएसटी प्रभारित किया जाएगा. |
बॉब एसबी स्वयं सहायता समूह : पात्रता
संकल्प और एसएचजी के सदस्यों की सूची प्रस्तुत करने के अधीन महिला स्वयं सहायता समूहों सहित स्वयं सहायता समूह .
बॉब एसबी स्वयं सहायता समूह : आवश्यक दस्तावेज़
खाता खोलने के लिए मान्य केवाईसी दस्तावेजों की सूची | |||||
भारतीय रिजर्व बैंक के मौजूदा दिशानिर्देशों के अनुसार खाता खोलते समय स्थायी खाता संख्या (पैन) / फॉर्म 60 अनिवार्य रूप से प्राप्त किया जाए. | |||||
व्यक्तियों के खातों के लिए आधिकारिक रूप से मान्य दस्तावेज़ (ओवीडी) |
|
||||
डीम्ड आधिकारिक रूप से मान्य दस्तावेज, ओवीडी में वर्तमान / अद्यतन पता न होने पर(सूची में से कम से कम एक दस्तावेज़ आवश्यक है) |
|
||||
विदेशी छात्रों के मामले में |
|
||||
अनिवासी भारतीय / विदेशी पर्यटक के लिए |
|
||||
पीआईओ/ओसीआई . के लिए |
|
||||
विदेशी नागरिकों के लिए |
|
वर्तमान विदेशी पते का उल्लेख करते हुए पते का प्रमाण (कोई एक) |
|
(एफआरआरओ/एफआरओ प्रमाणपत्र/परमिट/भारतीय ड्राइविंग लाइसेंस/ओवीडी/उपरोक्त उल्लिखित कोई भी डीम्ड ओवीडी, भारतीय पते के प्रमाण के लिए प्रदान किया जाना आवश्यक है।)
कंपनियों के खाते |
|
एकल स्वामित्व वाली फर्मों के खाते। |
(निम्नलिखित में से कोई दो दस्तावेज प्राप्त किए जाने हैं)
|
साझेदारी फर्मों के खाते। (दर्ज कराई) |
|
ट्रस्टों के खाते |
|
अनिगमित संघों या व्यक्तियों के निकाय के खातों में अपंजीकृत शामिल हैं |
|
पार्टनरशिप फर्म/ट्रस्ट और सोसायटी। |
|
हिन्दुओं के खाते अविभक्त परिवार |
|
सरकार या उसके विभागों, सोसायटियों, विश्वविद्यालयों और स्थानीय निकायों जैसे ग्राम पंचायतों आदि के खाते । |
|
राजनीतिक दलों का लेखा-जोखा |
|
बॉब एसबी स्वयं सहायता समूह : सबसे महत्वपूर्ण नियम और शर्तें (एमआईटीसी)
ब्याज संगणना और आवृत्ति :
- फरवरी से अप्रैल माह की अवधि के लिए ब्याज मई में जमा किया जाएगा, मई से जुलाई तक का ब्याज अगस्त में जमा किया जाएगा, अगस्त से अक्टूबर तक का ब्याज नवंबर में और नवंबर से जनवरी तक का ब्याज प्रति वर्ष फरवरी में जमा किया जाएगा.
निष्क्रिय / अपरिचालित खाते :
- ग्राहक द्वारा दो वर्षों तक बचत खाते में कोई लेन-देन नहीं किए जाने पर खाता निष्क्रिय हो जाता है. ऐसे सभी बचत खातों में ब्याज मिलना जारी रहेगा. खाता निष्क्रिय होने पर कोई प्रभार नहीं लगाया जाएगा.
- निष्क्रिय / अपरिचालित खातों को सक्रिय / बंद करने हेतु बैंक की संतुष्टि के अनुरूप केवाईसी दस्तावेज - फोटो, नया नमूना हस्ताक्षर जमा करना होगा.
- 10 वर्षों तक खाता निष्क्रिय रहने पर खाते में जमा राशि को बगैर दावा की गई जमाराशियों के रूप में माना जाएगा और इसे भारतीय रिजर्व बैंक को अंतरित किया जाएगा. ऐसी जमाराशियों के संबंध में आवेदन प्राप्त होने पर ग्राहकों को उनकी जमाराशि निर्धारित शर्तों के अधीन लौटाई जाएगी.
सूचना प्रकटीकरण :
- यदि आवश्यक हो, या विधि, नियम या विनियम द्वारा अनुमति प्राप्त हो या किसी व्यक्ति या किसी विनियामक प्राधिकारी द्वारा अनुरोध करने पर या यदि ऐसा प्रकटीकरण धोखाधड़ी को रोकने के प्रयोजन से या जनहित में आवश्यक हो, तो खाताधारक/कों से बिना किसी विनिर्दिष्ट सहमति के बैंक ग्राहकों के खाते के संबंध में प्रकटीकरण कर सकता है.
- ग्राहकों के प्रति प्रतिबद्धता संहिता और शिकायत निवारण नीति सहित सभी संबंधित नीतियां शाखाओं में उपलब्ध हैं.
- आवेदन पत्रों में एटीएम / डेबिट कार्ड, मोबाइल बैंकिंग, नेट बैंकिंग की अत्यंत महत्वपूर्ण नियम और शर्तें अलग से उपलब्ध हैं.
- नियम और शर्तों / प्रभारों तथा शुल्क में किसी भी बदलाव के बारे में बैंक अपनी वेबसाइट पर 30 दिन पहले सूचित करेगा.
- हमारे बैंक की विभिन्न शाखाओं में जमाकर्ता को डिपॉजिट इंश्योरेंस एंड क्रेडिट गारंटी कॉर्पोरेशन ऑफ़ इंडिया (डीआईसीजीसी) द्वारा प्रदत्त अधिकतम रू. 5/- लाख का बीमा कवर प्रदान किया जाएगा.
सहायता चाहिए ?
-
टोल फ्री नंबर .
विदेश से कॉल करने वाले
घरेलू ग्राहकों के लिए 24x7 उपलब्धता:
+91 79-66296009
-
What are SHG accounts?
Small, underprivileged communities of people form Self Help Groups (SHGs). An SHGs members deal with similar issues. They assist one another in resolving their issues. SHGs encourage members to make modest financial savings. The savings are kept with the bank.
A self-help group, or SHG for short, is a committee of 12 to 25 local women between the ages of 18 and 50 who act as financial intermediaries.
-
How do I open a SHG bank account?
Self Help Groups, including women SHGs, can open account subject to submission of resolution and list of members of the SHG.
-
Who can open SHG account?
Women from impoverished communities can be a part or head an SHG.
-
How does SHG become eligible to take loan from bank?
The SHGs must have been operating for at least six months according to their books of accounts and not from the date that their S/B accounts were opened in order to qualify for loans.
They should be practise “PANCHSUTRAS” i.e., regular meetings, regular savings, regular inter loaning, timely repayment, and up-to date books of accounts.